महामहिम राज्यपाल के नाम लिखित ज्ञापन सौंपा
रैली के संबंध बताते हुए अध्यक्ष लीलाधर बानू खूंटे ने बताया कि हमारे आस्था का केन्द्र गिरौदपुरी में अमर गुफा धाम महकोनी में घटित हुई एक शर्मनाक घटना जिसमें ज्वेत खाम को आरी से काटा गया है उसके विरोध में आयोजित की गई है।
श्री खूंटे ने बताया कि महाकौनी ग्राम के पास गुरुधासीदास जी ज्येष्ठ पुत्र गुरु अमरदास जी के नाम से अमर गुफा है। यहां कई वर्षों गुरुगदी एवं जैतखाम स्थापित है। प्रतिदिन पुजारी के द्वारा सुबह-शाम पूजा किया जाता है। विगत 15/मई/2024 को रात्रि में कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा सुनियोजित ढंग से तीन जैतखाम को आरी से काट काट कर फेंक दिया गया तथा अमरदास पुफा के सुरक्षा के दृष्टिकोन से लगाये गये लोहे की चैनल गेट को काटकर फेंक दिया गया था । पूजारी करामदास भास्कर 16/मई/2024 के दिन सुबह पूजा करने गए तब उन्हे पटना की जानकारी हुई। उन्होंने तत्काल घटना की सूचना समाजिक लोगों और गुरु वंशजों को दी। इसके पश्चात दिनांक 17/मई/2024 को गिरौदपुरी में अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराया गया। समाज के प्रतिनिधि मंडल ने कलेक्टर बलौदाबाजार एवं पुलिस अधीक्षक बलौदाबाजार से मुलाकात कर उक्त घटना को कारित करने वाले दोषियों को अतिशीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की गई थी। समाज के युवाओं एवं समाजिक पदाधिकारियों के द्वारा न्याय की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन करते हुए, पुलिस चौकी गिरौदपुरी में पुलिस अधिकारियों से अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की गई थी। जिसके बाद प्रशासन के द्वारा जानकारी दी गई कि 19/मई/2024 के दिन उक्त घटना को कारित करने वाले सभी अपराधी के पकडे जा चुके हैं। तथा 20/मई/2024 को प्रेस कांफ्रेस कर घटना का खुलासा करने की आश्वासन के आधार पर आन्दोलन समाप्त किया गया था। बावजूद इसके पुलिस प्रशासन के द्वारा लगातार समाज को गुमराह किया गया। लगभग 3 बजे सूचना आया कि अपराधियों को जेल दाखिल किया जा रहा है। जिसमें बिहार सहरसा जिला के 3 आरोपी जो किसी ठेकेदार के द्वारा पानी टंकी निर्माण का पैसा नहीं दिये जाने से आक्रोशित होकर जैतखाम को रात्रि 11:00 बजे काट दिया गया था। समाज के लोगों को यह जानकारी व्हाटसप के माध्यम से प्राप्त हुई थी। हालाकि समाज के लोग पुलिस प्रशासन के द्वारा की गई जांच एवम कार्यवाही से संतुष्ट नहीं हुए। चूंकि अमरदास गुफा जैतखाम और ठेकेदार बिहार के लोगों की जिन्हे अपराधी बनाया गया था,उनका अमर गुफा से किसी प्रकार का लेना देना होना प्रतीत नही हो रहा था । अतः पुलिस प्रशासन के द्वारा जो कहानी बनाई गई है। उससे पूरे छत्तीसगढ़ के 50 लाख सतनामी समाज का अपमान हुआ है। हमारी मांग है कि घटना कारीत करने वाले असली आरोपी पकड़े जाए साथ ही प्रदेश में अलग अलग स्थानों में सतनामी समाज के धार्मिक आस्था के केंद्रों में लगातार हो रहे हमले और अपमान जनक घटनाओं पर रोक लगाने की मांग को लेकर हमने आज महाहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौपा है।
मांग पूरी न होने पर समाज आने वाले 10 जून को बलौदा बाजार में बड़ा प्रदर्शन करेगा जिसकी पूरी जिम्मेदारी पुलिस और प्रशासन की होंगी।।
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