धरमजयगढ़ में सुर्खियों में है जिसमे एक पार्षद के द्वारा नजूल भूमि पर पट्टे की मांग की गई है जबकि उक्त पार्षद का ना तो मौके पर कोई कब्जा है और ना ही आसपास उनका मकान है_
36 गढ़ न्यूज़ धरमजयगढ़ में शासकीय भूमियों पर अतिक्रमण करने का सिलसिला बदस्तूर जारी है लेकिन बेजा कब्जा अगर कोई जरूरतमंद करे तो उसके खिलाफ प्रशासन से लेकर तमाम लोग हावी हो जाते है और अगर वही बेजा कब्जा कोई जनप्रतिनिधि करे तो उसे उस बेजा कब्जा जमीन का पट्टा दिलाने एड़ी चोटी जोर लगाने में स्थानीय प्रशासन के कुछ कर्मचारी भी जुट जाते है.बहरहाल एक मामला इन दिनों धरमजयगढ़ में सुर्खियों में है जिसमे एक पार्षद के द्वारा नजूल भूमि पर पट्टे की मांग की गई है जबकि उक्त पार्षद का ना तो मौके पर कोई कब्जा है और ना ही आसपास उनका मकान है लेकिन खाली पड़ी सरकारी भूमि पर उनकी नजर इस तरह पड़ी की अब वहां पर निवास कर रहे लोगों का रास्ता तक बंद कर देने का प्रयास किया जा रहा है जिसे लेकर आज महिलाएं एकजुट हुई और उक्त पार्षद के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए धरमजयगढ़ एसडीएम को ज्ञापन भी सौंपा है.आपको बता दे यह मामला धरमजयगढ़ के बेहरापारा का है जहां मटन मार्केट के पीछे खाली पड़ी शासकीय जमीन पर पार्षद सुरेश किस्पोट्टा के द्वारा पट्टे की मांग की गई है ऐसे में वहां रह रही महिलाओ का कहना है कि पार्षद जिस जमीन के पट्टे ले मांग कर रहा है वो उनके आने जाना का रास्ता है ऐसे में अगर उसे पट्टा मिल जाता है तो उनके पास आवागमन के लिए कोई जगह नहीं बचेगी
पार्षद विकास करने के बजाय खुद सरकारी जमीन को कर रहा कब्जा
महिलाओ का कहना है कि एक जनप्रतिनिधि की जिम्मेदारी होती है की वो विकास को महत्त्व दे लेकिन यहां तो पार्षद स्वयं ही अतिक्रमण करने में लगा हुआ है।साथ ही विधायक की आड़ में इस तरह के कार्यों को अंजाम दे रहा है.महिलाओ ने बताया कि जबसे वो रास्ते की जगह छोड़ने की बात कर रहे है तो विधायक मुझे जमीन दिया है कहकर वहां के लोगो को धमकाने की कोशिश करता है।।
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