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रायपुर में चाकूबाजी करने वाले दो आरोपी गिरफ्तार, पुलिस ने निकाला जुलूस......!

छ.ग. रायपुर। गुरुवार रात रायपुर शहर में चाकूबाजी की एक घटना हुई। जय स्तंभ चौक स्थित मल्टी लेवल पार्किंग कॉम्प्लेक्स के पिछले हिस्से में एक युवक पर चाकू से हमला किया गया। शास्त्री बाजार की ओर जाने वाली सड़क पर बिरयानी दुकानों के सामने बेखौफ बदमाश युवक पर ताबड़तोड़ वार करता रहा। काफी देर तक युवक सड़क पर तड़पता पड़ा रहा । बाद में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।

इस वारदात में संतोषी नगर इलाके का रहने वाला प्रशांत महानंद नाम का युवक घायल हुआ। वो यहां अपने कुछ साथियों के साथ था, तभी आसपास के ही कुछ बदमाश किस्म के युवकों से उसकी बहस हो गई। इतने में एक आरोपी ने अपनी कमर में फंसाकर रखा चाकू निकाला और तेजी से प्रशांत की पीठ पर चाकू घोंप दिया। उसने लगातार 4 से 5 बार प्रशांत की पीठ पर चाकू से वार किया। गर्दन पर वार का प्रयास किया। आस-पास मौजूद दुकानदारों की भीड़ ये सब कुछ देखती रही। सभी के मन में यह डर था कि अगर वह रोकने गए तो उन्हें भी बदमाश चाकू मार देंगे या बाद में दुश्मनी निकालेंगे।

चाकू के वार सहने के बाद घायल युवक प्रशांत चींखने लगा- सामान मार दिया रे... मेरा खून निकल रहा है । यह कहते हुए वह सड़क पर गिर पड़ा। चाकू मारने वाला बदमाश भी फौरन वहां से भाग गया कुछ सेकंड बाद भीड़ हिम्मत जुटाकर प्रशांत के पास पहुंची और स्थानीय पुलिस से संपर्क किया। कोतवाली थाने पुलिस की टीम सक्रिय हुई। प्रशांत को पुलिस टीम ही अंबेडकर अस्पताल लेकर गई। उसका इलाज जारी है। फिलहाल सामने आई जानकारी के मुताबिक इसी इलाके के पुराने बदमाश ने चाकूबाजी की इस घटना को अंजाम दिया है। हमलावर की तलाश पुलिस कर रही है और इसे जल्द ही पकड़ने का दावा किया गया है।

रायपुर पुलिस के जून तक के जारी किए गए डाटा के मुताबिक 2022 में असामाजिक तत्वों/चाकूबाज़ों के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत 398 प्रकरणों में 407 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। इसके अलावा बदमाशों/अड्डेबाजों पर कार्रवाई करते हुए प्रतिबंधात्मक धारा 151 के तहत 2763 लोगों को जेल भेजा गया था। 2023 में असामाजिक तत्वों/चाकूबाजों के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत 426 प्रकरणों में 430 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। बदमाशों/अड्डेबाज़ों के मामले में प्रतिबंधात्मक धारा 151 के तहत कुल 3491 आरोपियों को जेल भेजा गया है। (दोनों सालों में कार्रवाई जनवरी से जून के बीच)

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