हीरालाल राठिया लैलूंगा
भूपे देवपुर साइडिंग से कोयला गाड़ियों का लोडिंग होता है जिसमे बड़े बड़े ट्रकों का साइडिंग में शामिल आना जाना लगा रहता है और भूपदेवपुर से रायगढ़ रोड में आने जाने वालो को मुसीबत का सामना करना पड़ता है।
साइडिंग से मालिक को तो फायदा होता है और गाड़ी वालो को भी लेकिन डस्ट जो थोक के भाव में रोड में छोड़ा जाता है उससे आने जाने वालों को मुसीबत का सामना करना पड़ता है।
धूल इतनी जायदा रहती है की सामने से आ रही गाड़ी , ट्रक , कार दिखाई नही देती गाड़ी वालो को सामने से आ रही गाड़ी का डर बना रहता है जिससे एक्सीडेंट का डर भी आने जाने वालो को लगा रहता है कंपनी द्वारा सफाई कर्मी लगा के धूल को हटाया जा सकता है।
लेकिन इस तरह का कोई कार्य नहीं किया जाता है आए दिन एक्सीडेंट की खबरे सुनाई देती है फिर भी सबक के रूप में नही लिया जाता अपने फायदे के लिए उपयोग किया जाता है डस्ट दिन में दिखाई देना मुस्कील हो जाता है तो रात में आने जाने वालो को किस तरह से सामना करना पड़ता होगा ये हाल भूपदेवपुर में स्तिथ साइडिंग का है।
0 Comments