रायगढ़ - प्रदेश में चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए दावेदारों की लंबी सूची देखी जा रही हैं सभी राजनीतिक दलों के अंदर चुनाव के प्रत्याशी को लेकर खींचतान जारी है। प्रदेश के चुनाव में रायगढ़ की चार सीट भी मुख्य मानी जा रही है जिले की चारों विधानसभा सीटों में फिलहाल कांग्रेस के विधायक है वहीं आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस से टिकट की इक्षा रखने वाले दावेदार ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष के समक्ष अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। रायगढ़ विधानसभा से दावेदारों की बात की जाए तो यहां कई नामचीन नेताओं ने अपनी दावेदारी पेश की है पर उस समय राजनीतिक भूचाल आ गया जब नगर के पूर्व और प्रथम महापौर जेठूराम मनहर ने अपने महापौर कार्यकाल के पांच वर्ष में किए गए कार्यों का पूरा लेखा जोखा के साथ आवेदन प्रस्तुत किया। बता दें नगर ही नहीं बल्कि पूरे जिले की सियासत में जेठूराम का नाम सुमार है। जेठूराम मनहर ने अपनी राजनीतिक शुरुवात पार्षद बनते हुए की थी। जेठूराम मनहर ने जैसे ही रायगढ़ विधानसभा से चुनावी आवेदन कांग्रेस कमेटी को सौंपा उसके बाद से शहर के चारों ओर चर्चा का माहौल बन गया। नगर के प्रथम महापौर बनने के बाद उन्होंने शहर के विकास का नया आयाम दिया था। उनके कार्यकाल में किए गए कार्यों की चर्चा आज तक की जाती है यह भी एक उनकी बड़ी उपलब्धि है राजनीतिक रूप से जेठूराम मंजे हुए नेता हैं ऐसे में भाजपा भी उन्हें हल्के में लेना नहीं चाहेगी, किसान परिवार के होने के कारण गांव- गांव में भी उनकी पकड़ बेहद मजबूत मानी जाती है रायगढ़ विधानसभा से जेठूराम मनहर की दावेदारी सामने आते ही समाज का हर वर्ग संतुष्ट देखा जा रहा है। कहा जा रहा है ऐसे नेतृत्व को पार्टी आलाकमान टिकट देती हैं जीत तो सुनिश्चित होगी ही उसके साथ- साथ नगर के विकास में भी काफी बदलाव देखने को मिलेगा। पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए जमकर कार्य करने में इनका नाम लिया जाता है ऐसे में कांग्रेस हाई कमान जेठूराम मनहर जैसे नामों पर भी विचार कर सकती हैं।
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